महादेव के 10वे ज्योतिर्लिङ्ग नागेश्वर ज्योतिर्लिंग के बारे में तथ्यात्मक जानकारी/Factual information about Nageshwar Jyotirlinga, the 10th Jyotirlinga of Mahadev

 

Nageshwar Jyotirlinga
नागेश्वर ज्योतिर्लिंग/मंदिर

 नागेश्वर ज्योतिर्लिंग/मंदिर के बारे में जानकारी ~

 नागेश्वर ज्योतिर्लिंग भारत के गुजरात राज्य में स्थित है । नागेश्वर मंदिर एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है जो भगवान शिव को समर्पित है । यह मंदिर  द्वारका गुजरात के बाहरी क्षेत्र में स्थित है, यह ज्योतिर्लिङ्ग शिव जी के 12 ज्योतिर्लिंगों में से दसवां ज्योतिर्लिङ्ग है । 

भगवान शिव के आदेशानुसार ही इस ज्योतिर्लिङ्ग का नाम नागेश्वर पड़ा । नागेश्वर के वर्तमान मंदिर का पुनर्निर्माण सुपर कैसेट्स इंडस्ट्री के मालिक स्वर्गीय श्री गुलशन कुमार जी ने करवाया था उन्होंने इस जीर्णोद्धार का कार्य 1996 में शुरू करवाया था तथा इसी बीच उनकी हत्या हो जाने के कारण उनके परिवार ने इस मंदिर का कार्य पूरा करवाया । नागेश्वर मंदिर निर्माण में लगभग 125 करोङ ₹ की लागत आई, जिसे गुलशन कुमार चैरिटेबल ट्रस्ट ने अदा किया था । दोस्तों नागेश्वर ज्योतिर्लिंगों मंदिर जिस जगह पर बना है वहाँ कोई गांव या बसाहट नहीं है अर्थात नागेश्वर मंदिर सुनसान व वीरान जगह पर बना हुआ है । यहाँ पर पहुंचने की आसान सुविधा भी उपलब्ध है ।

नागेश्वर नाम का मतलब क्या होता है? ~

हिंदू धर्म के अनुसार नागेश्वर अर्थात नागों का ईश्वर होता है या विष आदि से भी बचाव का सांकेतिक रूप है । रुद्र संहिता में नागेश्वर भगवान को "दारूकावन नागेशं" कहा गया है । 

नागेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर कहाँ स्थित है? ~

भगवान शिव का यह प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंगों गुजरात प्रांत में द्वारका पुरी से लगभग 17 मील की दूरी पर स्थित है ।

नागेश्वर क्यों प्रसिद्ध है? ~

 इस पवित्र ज्योतिर्लिंग के दर्शन की शास्त्रों में बड़ी महिमा बताई गई है कहा गया है कि जो इस ज्योतिर्लिंग  की उत्पत्ति और महात्म्य की कथा श्रद्धापूर्वक सुनेगा वह सारे पापों से छुटकारा पाकर समस्त सुखों का भोग करता हुआ अंत में भगवान शिव के परम पवित्र दिव्य धाम को प्राप्त होगा । 

नागेश्वर ज्योतिर्लिंग की उत्पत्ति कैसे हुई? ~

नागेश्वर ज्योतिर्लिङ्ग के संबंध में प्राणों में यह कथा वर्णित है कि भगवान शिव ने दारुक नामक राक्षस से अपने परम भक्त सुप्रिय की रक्षा के लिए ज्योतिर्लिङ्ग के रूप में प्रकट हुए थे । भगवान शिव ने सुप्रिया को दर्शन देकर उसे अपना पशुपात अस्त्र प्रदान किया, इस अस्र से राक्षस दारू तथा उसके सहायक का वध करके सुप्रिय शिव धाम को चला गया ।

 नागेश्वर ज्योतिर्लिंग के पास कौन सा रेलवे स्टेशन है? ~

नागेश्वर मंदिर से निकटस्थ शहर द्वारका हैं जो इस मंदिर से 15 किलोमीटर की दूरी पर है । नागेश्वर मंदिर परिसर में भगवान शिव की पद्मासन मुद्रा में एक विशालकाय मूर्ति भी है जो यहाँ का मुख्य आकर्षण का केंद्र है । इस मूर्ति के आसपास पक्षियों के झुंड मंडराते रहते हैं तथा भक्तगण यहाँ पक्षियों के लिए अन्न के दाने डालते हैं, जो यही मंदिर परिसर में ही खरीदे जा सकते हैं। दोस्तों  भगवान शिव की विशाल मूर्ति दूर सङक से ही दिखाई देती है ।

नागेश्वर गुजरात में है या महाराष्ट्र में? ~

नागेश्वर ज्योतिर्लिंग भारत के गुजरात राज्य में स्थित है । कुछ लोग मानते है कि नागेश्वर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के हिंगोली जिले मे नागनाथ ओंडा नामक स्थान पर स्थित है । और वही एक अन्य मान्यता के अनुसार नागेश्वर ज्योतिर्लिंग उत्तराखंड के अल्मोड़ा  के नजदीक जागेश्वर नामक स्थान पर स्थित है ।

हर हर महादेव ।

जय नागेश्वर महादेव की ।

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