बर्फानी बाबा/बाबा अमरनाथ की यात्रा के बारे में तथ्यात्मक जानकरी/Factual information about Barfani Baba/Baba Amarnath Yatra

 

Barfani Baba/Baba Amarnath Yatra
बर्फानी बाबा/बाबा अमरनाथ

बर्फानी बाबा/बाबा अमरनाथ की यात्रा ~

बाबा अमरनाथ कश्मीर की खूबसूरत घाटी की एक संकरी खाई में बसे हैं । अमरनाथ हिन्दुओ का एक प्रमुख पवित्र तीर्थ स्थल है । अमरनाथ मंदिर की खास बात यह है की यहाँ पर बर्फ़ से बना शिवलिंग है । दोस्तों शिवलिंग को देखकर हर कोई आश्चर्यचकित रह जाता है क्योंकि शिवलिंग ठोस बर्फ़ का बना होता है जबकि गुफा में आमतौर पर कच्चे बर्फ़ की सिलाई देखने को मिलती है, जो हाथों में लेने पर भुरभुरी भी हो जाती है ।

अमरनाथ गुफा में शिवलिंग कैसे बनता है? ~

भगवान शिव की अमरनाथ गुफा के बारे कहा जाता है कि इसमे शिवलिंग का निर्माण गुफा की छत से पानी की बूंदों के टपकने से होता है, पानी की यह बूंद इतनी ठंडी होती है कि नीचे गिरते ही ठोस होकर बर्फ़ का रूप ले लेती हैं । यह बर्फ़ धीरे धीरे लगभग 12 से 18 फिट के ऊंचे शिवलिंग का रूप ले लेती है ।

अमरनाथ गुफा की ऊंचाई कितनी है? ~

अमरनाथ की गुफा की लंबाई 19 मीटर और चौड़ाई 16 मीटर है, जबकि ये गुफा 11 मीटर ऊंची है तथा इस गुफा की परिधि लगभग 150 फुट है । इस गुफा में जगह जगह पर पानी की बूंदें टपकती रहती है । अमरनाथ की गुफा समुद्र तल से 3888 मीटर ऊंचाई पर स्थित है ।

अमरनाथ का इतिहास क्या है? ~

अमरनाथ गुफा का उल्लेख इतिहास की सबसे प्राचीन पुस्तक राजतरंगिणी में भी मिलता है । ईसा से 300 वर्ष पूर्व आर्य राजा के शासनकाल में भी इस यात्रा के होने का उल्लेख मिलता है । दोस्तों महाकवि पंराज्य भट्ट कृत राजा बली पताका में भी अमरनाथ गुफा एवं यात्रा का विस्तार से वर्णन है । कालांतर में 15 वीं शताब्दी में एक मुसलमान गडरिया बूटा मलिक ने इस गुफा की पुन खोज की थी ।

अमरनाथ की खोज कब हुई थी? ~

अमरनाथ गुफा का उल्लेख महाभारत कालीन संस्कृत ग्रंथ राजतरंगिणी मे मिलता है, इस ग्रंथ के लेखक कल्हण को माना जाता है । इस ग्रंथ पर इसलिए विश्वास किया जा सकता है की इसमे महाभारत कालीन कश्मीर के राजाओ का उल्लेख मिलता है ।

अमरनाथ शिवलिंग के पीछे क्या कहानी है? ~

शास्त्रों के अनुसार इस पवित्र स्थान पर भगवान शिव ने माता पार्वती जी को अमर कथा सुनाई थी । जब भगवान शिव माता पार्वती को अमरकथा सुना रहे थे, तभी पास में बैठे दो कबूतरों ने भी इस कथा को सुना था, कहते है वो दो कबूतर आज भी हर साल सावन मास की पूर्णिमा को गुफा में दिखाई देते हैं ।

अमरनाथ गुफा के अंदर क्या है? ~

अमरनाथ गुफा मे बर्फ़ के शिवलिंग के साथ ही गुफा में माता पार्वती की एक लेटी हुई आकृति है । ऐसा इसलिए क्योंकि पार्वतीजी कथा सुनते-सुनते ही सो गई थी । श्रावण शुक्ल पूर्णिमा को बाबा बर्फानी के दर्शन के साथ पर्वती शक्तिपीठ के भी दर्शन आसानी से हो जाते हैं ।

अमरनाथ की करने का सही समय ~

हर साल सावन के महीने में भक्तजन यहाँ आते हैं और प्राकृतिक हिम शिवलिंग की पूजा करते हैं ।

भारत में अमरनाथ कहां है? ~

अमरनाथ/बर्फानी बाबा का निवास स्थान हिमालय मे स्थित कश्मीर के दक्षिण मे स्थित है । कश्मीर की राजधनी श्रीनगर से लगभग 145km दूरी पर स्थित है । दोस्तो अमरनाथ यात्रा के लिए यहाँ से दो मार्ग हैं, पहला पहलगाम और दूसरा बालटाल से शुरू होता है । अमरनाथ यात्रा के लिए अमरनाथ श्राइन बोर्ड द्वारा रजिस्ट्रेशन भी कराना होता है । इस यात्रा को शुरू करने से पहले आपका शारीरिक रूप से फिट होना बेहद जरूरी होता है । यदि जरूरत पड़ी तो यहाँ यात्रा के लिए घोड़े, खच्चर या हेलिकॉप्टर से भी जाये जा सकता है । यहाँ आपको ऊंची चढ़ाई और बर्फीली हवाओं का सामना करना पड़ता है इसलिए अपने साथ ऊनी कपड़े व अन्य सामान लेकर जाना चाहिये ।

हर हर महादेव ।

जय बाबा अमरनाथ की ।

जय बाबा बर्फानी की ।

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