रिश्तों में खटास किन ग्रहों की वजह से आती है/Which planets cause sourness in relationships ?

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रिश्तों में खटास क्यो आती है ~


 कई बार अपने ही बच्चों या माता पिता से लोगों के संबंध खराब हो जाते हैं। क्या आप जानते हैं कि इन सबके पीछे केवल परिस्थितियां ही नहीं होती?  ग्रहों का खेल भी होता है गृह इंसान को उचाई पर ले जाते हैं तो कई बार पलट भी देते हैं। इतना ही नहीं इन ग्रहों के कारण कई बार दो लोगों का संबंध बेहद खास बन जाता है और कई बार ग्रहों के खेल के कारण खास संबंध भी मिनटों में बिगड़ जाता है। असल में हर ग्रह का अपना एक गुण होता है और अपने गुण के अनुसार वह जातकों का व्यवहार भी बनाता है। कई बार परिवार में ही आपस में लोगों की नहीं बनती। पिता का पुत्र से या पुत्र का माता ,या पति  पत्नी और भाई बहन में मतभेद बना रहता है। इसके पीछे परिस्थितियां भी कारण होती हैं और परिस्थितियों का कारण होता है गृह। तो आइए आज आपको इन्हीं ग्रहों के बारे में बताएं जो रिश्तों को प्रभावित करते हैं। 

1.सूर्य ~

 पिता का रिश्ता, सूर्य ग्रह पिता से संबंधित होता है। यदि किसी की कुंडली में सूर्य मजबूत हो तो पिता से पुत्र या पुत्री का संबंध बहुत ही गहरा होता है। जबकि इसके विपरीत यदि सूर्य कमजोर हो तो संबंध खराब होते हैं। ऐसे में सूर्य को मजबूत बनाने के लिए पिता का सम्मान करने के साथ साथ उगते हुए सूरज को जल देना चाहिए।

2.चन्द्रमा ~

 माता का रिश्ता, चंद्र ग्रह का संबंध माता से होता है। चन्द्र यदि कमजोर होता है तो व्यक्ति अतिभावुक होने के साथ साथ ही कई बार अवसाद ग्रस्त भी हो जाता है। साथ ही उसके माता से संबंध अच्छे नहीं होते। चंद्र को मजबूत करने के लिए रात के समय उसे टकटकी लगाकर देखें और माता के रोज़ चरण स्पर्श करें और देवी की उपासना भी करनी चाहिए। 

3.मंगल ~

 भाई बहन का रिश्ता, मंगल ग्रह भाई बहन के रिश्ते को मधुर या फिर कड़वा बनाने के लिए जिम्मेदार होता है। यदि मंगल मजबूत कर लें तो भाई बहन का रिश्ता बहुत मधुर हो जाता है। मंगल मजबूत बनाने के लिए हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए।

4.बुध ~

 ननिहाल का रिश्ता, नाना- नानी और ननिहाल पक्ष से संबंध कैसे होंगे, यह बुध ग्रह तय करता है। यदि बुध ग्रह मजबूत है तो ननिहाल से आपके संबंध बहुत ही गहरे होंगे, जबकि कमजोर होने पर संबंध बहुत ही खराब हो जाते हैं। बुध ग्रह को मजबूत बनाने के लिए गणपति जी की आराधना करनी चाहिए।

5. बृहस्पति ~

 दादा, दादी और वृद्ध लोग, बृहस्पति ग्रह आपके दादा दादी के साथ आपके संबंध तय करता है। गृह की स्थिति तय करती है कि आपके और आपके दादा - दादी के बीच में मधुरता होगी या फिर कड़वाहट। गुरुवार को बृहस्पति की पूजा के साथ साथ ही समय समय पर दादा - दादी को वस्त्र और मिठाई उपहार में देना चाहिए।

6. शुक्र ~

 जीवनसाथी का संबंध, शुक्र ग्रह पति - पत्नी के बीच के संबंध को बनाने या बिगाड़ने का सबसे बड़ा कारण होता है। शुक्र ग्रह को मजबूत बनाकर बिगड़ते हुए रिश्ते में भी प्रेम पनप जाता है। शुक्र को मजबूत करने के लिए घर में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की संयुक्त पूजा करनी चाहिए।

6.शनि, राहु, केतु ~

   सहयोगियों के साथ रिश्ते, सहयोगियों के साथ आपके रिश्ते कैसे होंगे? यह शनि, राहु, केतु तय करते हैं। सहयोगियों के साथ बिगड़े रिश्तों को बनाने के लिए इन तीनों ग्रहों को मजबूत बनाना होगा। इसके लिए सप्ताह में एक बार सहयोगियों को मिठाई जरूर खिलाएं।

 अब आप जान चूके हैं कि किन किन ग्रहों के कारण रिश्ते खराब होते हैं। खराब रिश्तों को बनाने के लिए इन ग्रहों की पूजा जरूर करें।

 ग्रहों को शांत करने के उपाय ~

1. सूर्य ~

 सूर्य देव की शुभता बढ़ाने और उनकी नाराजगी दूर करने के लिए कभी भी झूठ ना बोलें और रोज़ सुबह उठकर उन्हें जल दें। इस उपाय को करने से सूर्य से संबंधित दोष दूर होंगे और उनके शुभ फल मिलने प्रारंभ हो जाएंगे। 

2. चंद्रमा ~

 चंद्रदेव की शुभता पाने और उनसे जुड़े दोष दूर करने के लिए जितना ज्यादा हो सके साफ सफाई पर ध्यान दे। ना सिर्फ अपने आसपास की साफ सफाई रखें बल्कि स्वयं भी साफ सुथरे रहें और स्वच्छ कपड़े ही पहनें। इस उपाय से निश्चित रूप से चंद्रदेव की कृपा मिलने लगेगी। 

3.मंगल ~

 मंगल ग्रह सूर्य का सेनापति है। हमारे भोजन में वह गुड़ का स्वरूप है जबकि गेहूं सूर्य का प्रतीक है। मंगल ग्रह की कृपा पाने के लिए रविवार के दिन गेहूं के आटे का चूरमा, गुड़ डालकर बनाकर खाएं और दूसरों को भी खिलाएं। इस उपाय से मंगल देवता प्रसन्न होंगे।

4.बुध ~

 बुध ग्रह का रंग हरा है। वह नवग्रहों में शारीरिक रूप से सबसे कमजोर और बौद्धिक रूप में सबसे आगे है। बुध ग्रह की शुभता पाने और उससे जुड़े दोष को दूर करने के लिए गाय को हरी घास खिलाएं। विदित हो कि पृथ्वी और गाय दोनों ही शुक्र ग्रह का प्रतिनिधित्व करते हैं, जबकि हरी घास बुध ग्रह का प्रतिनिधित्व करती है।

5. बृहस्पति ~

 बृहस्पति को प्रसन्न करने के लिए तोते को चने की दाल खिलाने का उपाय काफी कारगर साबित होता है क्योंकि तोता बुध ग्रह का प्रतीक है और चने की दाल बृहस्पति ग्रह का प्रतीक है।

6. शुक्र ~

  शुक्र जब आप उसके शत्रु सूर्य है यानी गेहूं को गाय यानी शुक्र को खिलाएंगे तो निश्चित रूप से उनका गुस्सा खत्म हो जाएगा और आप पर उनकी कृपा बरसनी शुरू हो जाएगी।

7. शनि ~

शनि न्याय के देवता हैं, श्रम के पुजारी हैं। ऐसे में यदि हम किसी मेहनत मजदूरी करने वाले को तन, मन और धन से उचित सम्मान प्रदान करते हैं। उसकी मदद करते हैं तो शनि देव प्रसन्न होंगे।

8. राहु~

राहु को छाया ग्रह भी कहते हैं, जो भोज देने से बहुत जल्दी शांत होता है। ऐसे में यदि आप राहु से संबंधित व्यक्ति जैसे कि कुष्ठ रोगी, निर्धन व्यक्ति, सफाई कर्मचारी आदि को भोजन आदि देकर प्रसन्न करते हैं तो आपको राहु की कृपा अवश्य मिलेगी । 

9. केतु ~

केतु ग्रह के दोष के कारण अक्सर व्यक्ति भ्रम का शिकार होता है, जिसके कारण उसे तमाम परेशानियां झेलनी पड़ती है। केतु के दुष्प्रभाव से बचने के लिए सबसे पहले आप अपने बड़े बुजुर्ग की सेवा करना प्रारम्भ कर दें। 

 हर हर महादेव ।

जय श्रीराम ।

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