जानें कपूर के उपाय जो पितृदोषऔर कालसर्प दोष से मुक्ति में कारगर हैं/camphor relief Pitradosh and Kaalsarp Dosh.

  

कपूर के उपाय
कपूर के उपाय

कपूर का उपयोग क्यों किया जाता है ~


माना जाता है कि कपूर किसी भी स्थान की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। यही कारण है कि किसी भी पूजन या आरती में कपूर का प्रयोग किया जाता है। इसे अक्सर आरती के बाद या आरती करते वक्त जलाया जाता है, जिससे वातावरण में सुगंध फैल जाती है और मन एवं मस्तिष्क को शांति मिलती है। कपूर को संस्कृत में कपूर फारसी में काफुर और अंग्रेजी में कैंफर कहते हैं। कपूर के औषधि के रूप में भी कई फायदे हैं और जीवन की समस्याओं के उपाय के लिए कपूर का प्रयोग बेहद प्रभावकारी होता है। 

 कपूर के उपाय जो हर समस्याओं के समाधान में कारगर हैं~

1.पुण्य प्राप्ति हेतु ~

  कपूर जलाने की परंपरा प्राचीन समय से चली आ रही है। शास्त्रो के अनुसार देवी देवताओं के समक्ष कपूर जलाने से अक्षय पुण्य प्राप्त होता है तथा प्रतिदिन सुबह और शाम घर में संध्यावंदन के समय कपूर जरूर जलाये। 

2.पितृदोषऔर कालसर्प दोष से मुक्ति हेतु ~ 

कपूर जलाने से देवदोष व पितृदोष का शमन होता है। अक्सर लोग शिकायत करते हैं कि हमें शायद पितृदोष है या कालसर्प दोष है? दरअसल यह राहु और केतु का प्रभाव मात्र है। इसको दूर करने के लिए घर के वास्तु को ठीक करें। यदि ऐसा नहीं कर सकते हैं तो प्रतिदिन सुबह, शाम और रात्रि को तीन बार घी में भिगोया हुआ कपूर जलाए। घर के शौचालय और बाथरूम में कपूर की टिकिया रख दे। बस इतना उपाय काफी है।

3.आकस्मिक दुर्घटना से बचाव ~ 

आकस्मिक दुर्घटना का कारण राहु, केतु और शनि होते हैं। इसके अलावा हमारा क्रोध भी दुर्घटना का कारण बनते हैं। इसके लिए रात्रि में हनुमान चालीसा का पाठ करने के बाद कपूर जलाये। हालांकि प्रतिदिन सुबह और शाम जिस घर में कपूर जलता रहता है। उस घर में किसी भी प्रकार की आकस्मिक घटना और दुर्घटना नहीं होती। रात्रि में सोने से पूर्व कपूर जलाकर सोना तो और भी लाभदायक होता है। 

4.सकारात्मक ऊर्जा और शांति के लिए ~

 घर में यदि सकारात्मक ऊर्जा और शांति का निर्माण करना है तो प्रतिदिन सुबह और शाम कपूर को घी में भिगोकर चलाएं और संपूर्ण घर में उसकी खुशबू फैलाएं। ऐसा करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा नष्ट हो जाएगी, बुरे स्वप्न नहीं आएँगे और घर में अमन शांति बनी रहेंगी। वैज्ञानिक शोधों से भी यही ज्ञात होता है कि इसकी सुगंध से जीवाणु, विषाणु आदि बिमारी फैलाने वाले जीव नष्ट हो जाते हैं, जिससे वातावरण शुद्ध हो जाता है तथा बिमारी होने का भय भी नहीं रहता।

5. वास्तु दोष मिटाने के लिए ~

 यदि घर के किसी स्थान पर वास्तुदोष निर्मित हो रहा है तो वहाँ एक कपूर की टिकिया रख दें। जब वह टिकिया गलकर समाप्त हो जाए तब दूसरी टिकिया रख दें, इस तरह बदलते रहेंगे तो वास्तुदोष निर्मित नहीं होगा।

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